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Friday, September 29, 2017

भवनों पर सोलर पैनल प्लांट लगाना अनिवार्य

सरकार उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए सौर ऊर्जा निति- 2017 को मंजूरी देने की तैयारी में है नीति का मसौदा तैयार हो गया है और इसे अक्टूबर में कैबिनेट में रखा जायेगा।

नीति के लागू होते ही सरकारी भवनों व स्कूलों में  crystalline Solar Power Energy Plant लगाना compulsory, अनिवार्य हो जायेगा।
Government plans to save electricity:-                       
                                                                 सरकार की योजना ऐसे बचेगी बिजली सरकार बिजली बचाने के लिए लोगों को बढ़ावा देगी। सरकार द्वारा Proposed policy में Public institutions, government or assisted hospitals, research institutes, educational institutions, hostels, will be brought under its purview.
इसके साथ परीक्षण संस्थान, प्रशिक्षण संस्थान पुस्तकालयों प्रदेश की स्थित भारतीय रेल टिकट घरों आरक्षण केंद्र, रेलवे स्टेशन शोध एव विकास संस्थान संस्थानों अतिथि गृह, हॉलिडे होम, निरीक्षण भवनों में rooftop solar फोटोवोल्टिक एनर्जी plant system लगायें जायेंगे। इससेे बनने वाली बिजली का इस्तेमाल वह खुद ही करेंगें।

सोलर पावर एनर्जी प्लांट लगाने से क्या फायदा होगा :- 
                                                                          भवनों की रूफटॉप पर सोलर पैनल इंस्टॉल करवाने एक तो गर्मियों में भवनों के कमरों का तापमान कम रहेगा। बिजली की जरूरतों के लिये भवनों की छतों पर बिजली बनेगी।
Rooftop पर लगने वाले सोलर पैनलों से 4300 मेगावॉट electricity का उत्पादन होगा

Extra benifit of solar penal installation:- 
                                                                       स्ट्रीट लाइट एंड सोलर वाटर पंप चलाने के लिये बिजली की कमी नहीं होगी। किसान की फसलें सिचाईं से बंचित नही रहेगी। solar penal से हो रहे extra Power generation को नेट मीटरिंग के द्वारा gride को बेचा जा सकेगा। नेटमीटरिंग द्वारा ग्रिड को दी गई बिजली के लिये power corporetion सोलर सिस्टम ऑनर को 2 ₹ प्रीति यूनिट के हिसाब से pay करेगी। सोलर पैनल बिजली उत्त्पन्न तो करते हैं लेकिन environment pollution नहीं फैलाते। इस लिहाज से पर्यावरण का भी बचाव होता है।
                                                     
Solar system policy per kese milega subsidy :-  https://amzn.to/3sIHej7
                                                                                     सोलर एनर्जी सिस्टम सब्सिडी के लिए online आवेदन करना होगा। आवासीय व निजी संस्थाओ में सोलर प्लांट लगाने के लिए सब्सिडी योजना शुरू करने का भी प्रस्ताव है। 
निधि आवासीय क्षेत्रों में नेट मीटरिंग व्यवस्था के तहत बड़े पैमाने पर पावर कारपोरेशन से जुड़ने वाले रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे इसके तहत हर उपभोक्ता को प्रति किलो वाट 10000 और अधिकतम ₹20000 का अनुदान दिया जाएगा यूपीनेडा  http://upneda.org.in/के माध्यम से लाभार्थी को अनुदान दिया जाएगायह अनुदान पहले आएं पहले पाएं के आधार पर दिया जायेगा।
इसके लिए पहले 100 मेगावाट क्षमता के प्लांट लगाने के लिए ऑनलाइन आवेदन से अनुदान दिये जाएंगे बंजर जमीन पर सोलर पार्क उत्तर प्रदेश में खाली पड़ी बंजर जमीनों का इस्तेमाल बिजली उत्पादन में किया जाएगा इन जमीनों पर सोलर पार्क स्थापित किए जाएंगे solar park न्यूनतम 100 मेगा वाट की  कैपेसिटी का होगा सार्वजनिक क्षेत्र में सोलर पार्क की स्थापना को राज्य सरकार सहायता देगी राज्य सरकार के आधीन किसी सार्वजनिक उपक्रम या स्पेशल परपज वेहिकल (MPB) द्वारा स्थापित सोलर एनर्जी पार्क को बढ़ावा दिया जायेगा।

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Wednesday, September 27, 2017

Current News अब primary teachers की भर्ती written test लिखित परीक्षा से होगी।

Current News बेसिक शिक्षा अद्द्यापक सेवा नियमावली में संशोधन को मंजूरी


( लेख-दिनांक 26/09/2017 )उत्तर प्रदेश केबिनेट का फैसला, अब primary teachers की भर्ती written test लिखित परीक्षा से होगी। फैसला: 1.37 lakh पदों के लिए टीचरों की होगी भर्ती। केबल TET पास ही दे सकेंगे exam.
भर्ती के मानदंड- लिखित के 60% और academic मैरिट इसका आधार होगी। example:- लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण
Candidatesके प्राप्तांक का 560% अंक और maximum 40 अंक academic गुणांक से मैरिट बनेगी।अकादमिक
गुणांक तय करने के लिए 10वी, 12वी, graduation or BTC ke 10% अंक जुड़ेंगे। इसमे सहायक अध्यपक भर्ती परीक्षा के अंक जोड़कर मेरिट तैयार की जाएगी। ऐसे ऐसे समझे:- 
√ 10वी में 75% अंक हैं तो मेरिट में 7.5 अंक जुड़ेंगे।
√ 12वी में 75% अंक हैं तो मेरिट में 7.5 अंक जुड़ेंगे।
√ graduation में 75% अंक हैं तो 7.5 अंक जुड़ेंगे।
-------यानी अकैडमिक गुणांक के 30% अंक मिलेंगे।
सहायक टीचर भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी को 200 में से 150 अंक यानी 75% अंक मील हैं तो 75 का 60% यानी 45 अंक मेरिट में जुड़ेंगे।
यानी कैंडिडेट को कुल 75 अंक  ( 30+45 ) मिलेगें। इसी के आधार पर मेरिट तय होगी।
अगर शिक्षामित्र यह परीक्षा पास करता है तो उसे meximum 25 अंक का भारांक मिलेगा।
यानी उसे कुल 100 अंक 【 30+45+25 】 होंगे।
शिक्षामित्र को मैक्सिमम 25 अंक का वेटेज...
 NOT:-
  • सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार शिक्षामित्रों को अनुभव के आधार पर प्रत्येक वर्ष के लिए 2.5 अंक का वेटेज मिलेगा। यह अधिकतम 25 अंक का होगा । बेसिक शिक्षा मंत्री [ स्वतंत्र प्रभार ] अनुपमा जयसवाल ने बताया कि Shiksha Mitra ki maximum age Seema 16 year ka leb milega।

Monday, September 4, 2017

In hindi How the solar panel makes electricity

Ask question solar energy problem and solution


  •   *Solar penal kese work karta ha *
सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त light particle "foton" को कहते हैं। इस ऊर्जा को ऊष्मा "steam" या विद्युत "electricity" में बदल कर अन्य uses में लाया जाता है। उस रूप को ही solar energy. o कहते हैं। फैक्ट्री,घरों, कारों, वायुयानों और अंतरिक्ष यानो में सौर ऊर्जा का प्रयोग होता है। ऊर्जा का यह रूप साफ और प्रदूषण रहित होता है। सूर्य से ऊर्जा प्राप्त कर उसे प्रयोग करने के लिए सोलर पैनलों की आवश्यकता होती है। सोलर पैनलों में सोलर सेल होते हैं जो सूर्य की ऊर्जा को प्रयोग "Use" करने लायक बनाते हैं। यह कई तरह के होते हैं। जैसे पानी गर्म करने वाले "thermal" सोलर पैनल और direct Bijli Banane wale "photovoltic cells " सोलर पैनलों से "different"होते हैं।


√ Example = सौर ऊर्जा वह urja है जो सीधे सूर्य से प्राप्त की होती है। सौर यह ऊर्जा ही मौसम एवं जलवायु का परिवर्तन करती है। यहीं धरती पर सभी प्रकार के जीवन (पेड़-पौधे और जीव-जन्तु) का जीवन का आधार है।

वैसे तो सौर उर्जा को different प्रकार से प्रयोग किया जाता है, किन्तु सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर ऊर्जा के रूप में जाना जाता है। सूर्य की ऊर्जा को दो प्रकार से "electricity" बिजली में बदला जा सकता है। पहला "solar pv cell" प्रकाश-विद्युत सेल की सहायता से और दूसरा किसी तरल पदार्थ को सूर्य की उष्मा से गर्म करने के बाद इससे विद्युत जनित्र चलाकर।

√ Features "visheshtaye" विशेषताए-

-सूर्य से सीधे प्राप्त होने वाली ऊर्जा में कई खास विशेषताएं हैं। जो इस स्रोत को आकर्षक बनाती हैं। एक तो यह ऊर्जा bahut Bade area Mein Pehla Hua Hai Doosra यह completely प्रदूषण से मुक्त है। सम्पूर्ण भारतीय भू-भाग पर 5000 लाख करोड़ किलोवाट घंटा प्रति वर्ग मी० के बराबर सौर ऊर्जा आती है जो कि विश्व की संपूर्ण विद्युत खपत से कई गुने अधिक है। साफ धूप वाले (बिना धुंध व बादल के) दिनों में प्रतिदिन का औसत सौर-ऊर्जा का सम्पात "Collapse" 4 से 7 किलोवाट घंटा प्रति वर्ग मीटर तक होता है। देश में वर्ष में लगभग 250 से 300 दिन ऐसे होते हैं जब सूर्य की रोशनी पूरे दिन भर उपलब्ध रहती है।

"एक नयी शुरुआत सफलता की ओर” – जरूर पढ़ें यह लेख आपकी जिंदगी बदल सकता हैं 【Rules Of Success】

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