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Tuesday, November 28, 2017

"एक नयी शुरुआत सफलता की ओर” – जरूर पढ़ें यह लेख आपकी जिंदगी बदल सकता हैं 【Rules Of Success】

VERSATILE HELP IN HINDI

♂ एक नयी शुरुआत सफलता की ओर” – जरूर पढ़ें यह लेख आपकी जिंदगी बदल सकता हैं (Rules Of Success)
Dosto main aaj aap ko bataunga ki हम बार-बार क्यों असफल होते हैं !

जीवन (Life) में हमारे पास अपने लिए मात्र 3500 दिन (9 वर्ष व 6 महीने) ही होते है!

वर्ल्ड बैंक ने एक इन्सान की औसत आयु 78 वर्ष मानकर यह आकलन किया है जिसके अनुसार हमारे पास अपने लिए मात्र 9 वर्ष व 6 महीने ही होते है| इस आकलन के अनुसार औसतन 29 वर्ष सोने में, 3-4 वर्ष शिक्षा में, 10-12 वर्ष रोजगार में, 9-10 वर्ष मनोरंजन में, 15-18 वर्ष­ अन्य रोजमरा के कामों में जैसे खाना पीना, यात्रा, नित्य कर्म, घर के काम इत्यादि में खर्च हो जाते है| इस तरह हमारे पास अपने सपनों (Dreams) को पूरा करने व कुछ कर दिखाने के लिए मात्र 3500 दिन अथवा 84,000 घंटे ही होते है|
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संसार में सबसे मूल्यवान क्या है :-
“संसार की सबसे मूल्यवान वस्तु समय ही है”| लेकिन वर्तमान में ज्यादातर लोग निराशामय जिंदगी (Life) जी रहे है और वे इंतजार कर रहे होते है कि उनके जीवन में कोई चमत्कार होगा, जो उनकी निराशामय जिंदगी को बदल देगा| दोस्तों वह चमत्कार आज व अभी से शुरू होगा और उस चमत्कार को करने वाले व्यक्ति आप ही है, क्योंकि उस चमत्कार को आप के अलावा कोई दूसरा व्यक्ति नहीं कर सकता|

इस शुरुआत के लिए हमें अपनी सोच व मान्यताओ (beliefs) को बदलना होगा, क्योंकि

“हमारे साथ वही होता है जो हम मानते है|”

Friends, वैज्ञानिकों के अनुसार भौंरे (Bumblebee) का शरीर बहुत भारी होता है, इसलिए विज्ञान के नियमो के अनुसार वह उड़ नहीं सकता| लेकिन भौंरे को इस बात का पता नहीं होता एंव वह यह मानता है की वह उड़ सकता है इसलिए वह उड़ पाता है|

सबसे पहले हमें इस गलत धारणा (Wrong Belief) को बदलना होगा कि हमारे साथ वही होता है जो भाग्य (luck) में लिखा होता है| क्योंकि ऐसा होता तो आज हम ईश्वर (God) की पूजा न कर रहे होते बल्कि उन्हें बदुआएं दे रहे होते|

मेरे साथ जो जिंदगी में जो हुआ उसके लिए कौन जिम्मेदार है!
हमारे साथ जो कुछ भी होता है उसके जिम्मेदार हम स्वंय होते है (We are responsible for What we are) इसलिए खुश रहना या ना रहना हम पर ही निर्भर (depend) करता है|

“भगवान उसी की मदद करते है जो अपनी मदद खुद करता है”

अगर कोई व्यक्ति यह सोचता है की हमारे साथ जो कुछ भी होता है, वह हमारे हाथ में नहीं है तो वह व्यक्ति या तो इस गलत धारणा (Wrong Belief) को बदल दे या आगे इस लेख (Hindi Article) को न पढे|

जीवन के नियम :- Rules of life

हम एक नयी शुरुआत करने जा रहे है और इसके लिए हमें कुछ नियमो का पालन करना होगा| ये नियम आपकी जिंदगी बदल देंगे ( Rules That can Change Your Life in Hindi) :-

1 आत्मविश्वास (Self Confidence) :-

आत्मविश्वास से आशय “स्वंय पर विश्वास एंव नियंत्रण” (Believe in Yourself) से है | दोस्तों हमारे जीवन में आत्मविश्वास (Self Confidence) का होना उतना ही आवश्यक है जितना किसी फूल (Flower) में खुशबू (सुगंध) का होना, आत्मविश्वास (Self Confidence) के बगैर हमारी जिंदगी एक जिन्दा लाश के समान हो जाती है| कोई भी व्यक्ति कितना भी प्रतिभाशाली क्यों न हो वह आत्मविश्वास के बिना कुछ नहीं कर सकता| आत्मविश्वास ही सफलता (Success) की नींव है, आत्मविश्वास की कमी के कारण व्यक्ति अपने द्वारा किये गए कार्य पर संदेह करता है| आत्मविश्वास (Self Confidence) उसी व्यक्ति के पास होता है जो स्वंय से संतुष्ट होता है एंव जिसके पास दृड़ निश्चय, मेहनत (Hardwork) व लगन (Focused), साहस (Fearless ) , वचनबद्धता (Commitment) आदि संस्कारों की सम्पति होती है|

आत्मविश्वास कैसे बढाएं:- How To Improve Self Confidence In – Hindi

स्वंय पर विश्वास रखें (Believe in Yourself), लक्ष्य बनायें (make smart goals) एंव उन्हें पूरा करने के लिए वचनबद्ध रहें| जब आप अपने द्वारा बनाये गए लक्ष्य (Goals) को पूरा करते है तो यह आपके आत्मविश्वास (Self Confidence) को कई गुना बढ़ा देता है|खुश रहें (Be Happy), खुद को प्रेरित करें (Motivate Yourself), असफलता (Failure) से दुखी न होकर उससे सीख लें क्योंकि “experience हमेशा bad experience से ही आता है”सकारात्मक सोचें (Think Positive) , विनम्र रहें एंव दिन की शुरुआत किसी अच्छे कार्य से करें (starting the day with a positive attitude)|इस दुनिया में नामुनकिन कुछ भी नहीं है – Nothing is Impossible in this world| आत्मविश्वास का सबसे बड़ा दुशमन किसी भी कार्य को करने में असफलता होने का “डर” (Fear of Failure) है एंव डर को हटाना है तो वह कार्य अवश्य करें जिसमें आपको डर लगता है| – Darr ke aage jeet hai सच बोलें, ईमानदार रहें, धूम्रपान न करें, प्रकृति से जुड़े, अच्छे (Good) कार्य करें , जरुरतमंद की मदद करें (Be Helpful)| क्योंकि ऐसे कार्य आपको सकारात्मक शक्ति (positive power) देते हैं वही दूसरी ओर गलत कार्य एंव बुरी आदतें (Bad Habits) हमारे आत्मविश्वास को गिरा देते हैं|वह कार्य करें जिसमें आपकी रुचि हो एंव कोशिश करें कि अपने करियर (Career) को उसी दिशा में आगे ले जिसमें आपकी रुचि हो|वर्तमान में जियें (Live in Present) , सकारात्मक सोचें (Think Positive), अच्छे मित्र बनायें, बच्चों से दोस्तीं करें, आत्मचिंतन करें|

2 स्वतंत्रता (Independence):-

स्वतंत्रता का अर्थ स्वतन्त्र सोच एंव आत्मनिर्भरता से हैं|

“हमारी खुशियों का सबसे बड़ा दुश्मन निर्भरता (Dependency) ही है एंव वर्तमान में खुशियाँ कम होने का कारण निर्भरता का बढ़ना ही है”

“सबसे बड़ा यही रोग क्या कहेंगे लोग (Sabse bada rog kya kahenge log)”:- ज्यादातर लोग कोई भी कार्य करने से पहले कई बार यह सोचते है की वह कार्य करने से लोग उनके बारे में क्या सोचेंगे या क्या कहेंगे और इसलिए वे कोई निर्णय ले ही नहीं पाते एंव सोचते ही रह जाते है एंव समय उनके हाथ से पानी की तरह निकल जाता है| ऐसे लोग बाद में पछताते हैं| इसलिए दोस्तों ज्यादा मत सोचिये जो आपको सही लगे वह कीजिये क्योंकि शायद ही कोई ऐसा कार्य होगा जो सभी लोगों को एक साथ पसंद आये|

अपनी ख़ुशी को खुद नियंत्रण (control) कीजिये:- वर्तमान में ज्यादातर लोगों की खुशियाँ (Happiness) परिस्थितियों पर निर्भर हैं| ऐसे लोग अनुकूल परिस्थिति में खुश (Happy) एंव प्रतिकूल परिस्थियों में दुखी (Sad) हो जाते है| उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति का कोई काम बन जाता है तो वह खुश (Happy) एंव काम न बनने पर वह दुखी हो जाता है| दोस्तों हर परिस्थिति में खुश रहें क्योंकि प्रयास करना हमारे हाथ में है लेकिन परिणाम अथवा परिस्थिति हमारे हाथ में नहीं है| परिस्थिति अनुकूल या प्रतिकूल कैसी भी हो सकती है लेकिन उसका response अच्छा ही होना चाहिए क्योंकि response करना हमारे हाथ में है|

आत्मनिर्भर बनें:- दोस्तों निर्भरता ही खुशियों की दुशमन है इसलिए जहाँ तक हो सके दूसरों से अपेक्षाओं कम करें, अपना कार्य स्वंय करें एंव स्वालंबन अपनाएं दूसरों के कर्मों या विचारों से दुखी नहीं होना चाहिए क्योंकि दूसरों के विचार या कर्म हमारे नियंत्रण में नहीं है|

“अगर आप उस बातों या परिस्थियों की वजह से दुखी हो जाते है जो आपके नियंत्रण में नहीं है तो इसका परिणाम समय की बर्बादी व भविष्य पछतावा है”

3 वर्तमान में जिएं (Live in Present):-

दोस्तों हमें दिन में 70,000 से 90000 विचार (thoughts) आते है और हमारी सफलता एंव असफलता इसी विचारों की quality (गुणवता) पर निर्भर करती हैं| वैज्ञानिकों के अनुसार ज्यादातर लोगों का 70% से 90% तक समय भूतकाल, भविष्यकाल एंव व्यर्थ की बातें सोचने में चला जाता है| भूतकाल हमें अनुभव देता है एंव भविष्यकाल के लिए हमें planning (योजना) करनी होती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं की हम अपना सारा समय इसी में खर्च कर दें| दोस्तों हमें वर्तमान में ही रहना चाहिए और इसे best बनाना चाहिए क्योंकि न तो भूतकाल एंव न ही भविष्यकाल पर हमारा नियंत्रण है|

“अगर खुश रहना है एंव सफल होना है तो उस बारे में सोचना बंद कर दें जिस पर हमारा नियंत्रण न हो”

4 मेहनत एंव लगन (Hard work and Focus):-

दोस्तों किसी विद्वान् ने कहा है की कामयाबी, मेहनत से पहले केवल शब्दकोष में ही मिल सकती है| मेहनत (Hard Work) का अर्थ केवल शारीरिक काम से नहीं है, मेहनत शारीरिक व मानसिक दोनों प्रकार से हो सकती है| अनुभव यह कहता है की मानसिक मेहनत, शारीरिक मेहनत से ज्यादा मूल्यवान होती है|

कुछ लोग लक्ष्य (Target) तो बहुत बड़ा बना देते है लेकिन मेहनत नहीं करते और फिर अपने अपने लक्ष्य को बदलते रहते है| ऐसे लोग केवल योजना(planning) बनाते रह जाते है|

मेहनत व लगन से बड़े से बड़ा मुश्किल कार्य आसान हो जाता है| अगर लक्ष्य को प्राप्त करना है तो बीच में आने वाली बाधाओं को पार करना होगा, मेहनत करनी होगी, बार बार दृढ़ निश्चय से कोशिश करनी होगी|

“असफल लोगों के पास बचने का एकमात्र साधन यह होता है कि वे मुसीबत आने पर अपने लक्ष्य को बदल देते है|”

कुछ लोग ऐसे होते है जो मेहनत तो करते है लेकिन एक बार विफल होने पर निराश होकर कार्य को बीच में ही छोड़ देते है इसलिए मेहनत के साथ साथ लगन व दृढ़ निश्चय (Commitment) का होना भी अति आवश्यक है|

“अगर कोई व्यक्ति बार बार उस कार्य को करने पर भी सफल नहीं हो पा रहा तो इसका मतलब उसका कार्य करने का तरीका गलत है एंव उसे मानसिक मेहनत करने की आवश्यकता है|”

5 व्यवहारकुशलता:-

व्यवहारकुशल व्यक्ति जहाँ भी जाए वह वहां के वातावरण को खुशियों से भर देता है ऐसे लोगों को समाज सम्मान की दृष्टी से देखा जाता है| ऐसे लोग नम्रता व मुस्कराहट (Smile) के साथ व्यवहार करते है एंव हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहते है| शिष्टाचार ही सबसे उत्तम सुन्दरता है जिसके बिना व्यक्ति केवल स्वयं तक सीमित हो जाता है एंव समाज उसे “स्वार्थी” नाम का अवार्ड देता है|

“जब आपके मित्रों की संख्या बढने लगे तो यह समझ लीजिये कि आप ने व्यवहारकुशलता का जादू सीख लिया है|”

शिष्टाचारी व्यक्ति किसी भी क्षेत्र भी जाए वहा उनके मित्र बन जाते है जो उसके लिए जरुरत पड़ने पर मर मिटने के लिए तैयार रहते है|

चरित्र  व्यवहारकुशलता की नींव है एंव चरित्रहीन व्यक्ति कभी भी शिष्टाचारी नहीं बन सकता| चरित्र, व्यक्ति की परछाई होती है एंव समाज में व्यक्ति को चहरे से नहीं बल्कि चरित्र से पहचाना जाता है| चरित्र का निर्माण नैतिक मूल्यों, संस्कारों, शिक्षा एंव आदतों से होता है|

व्यवहारकुशल व्यक्तियों की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है की वह हमेशा मदद के लिए तैयार रहते है|

वर्तालाप दक्षता, व्यवहारकुशलता का महत्वपूर्ण हिस्सा है| वाणी में वह शक्ति है जो वातावरण में मिठास घोल कर उसे खुशियों से भर सकती है या उसमे चिंगारी लगा कर आग भड़का सकती है|

“words can change the world” (शब्द संसार बदल सकते है|)

सोच समझ कर बोलना, कम शब्दों में ज्यादा बात कहना, व्यर्थ की बातें न करना, अच्छाई खोजना, तारीफ़ करना, दुसरे की बात को सुनना एंव महत्त्व देना, विनम्र रहना, गलतियाँ स्वीकारना इत्यादि वार्तालाप के कुछ basic नियम है|

इन पांच नियमों में इतनी शक्ति है कि ये आपकी लाइफ बदल देंगे (change your Life) और आपके सपनों को हकीकत में बदलने की शक्ति जगाएंगे| अंत में एक ही बात

“जरूरतमंद की मदद कीजिये क्योंकि क्या पता कल आपको किसी की मदद की जरुरत हो”
आप के विचार से हमने जो इस लेख में विचारविमर्श किया इससे आप को क्या feel हुआ। comment जरूर लिखें
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Friday, November 17, 2017

How many types of solar panels are there, and how they produce energy.

Today, there is a lot of discussion about solar energy The use of solar energy in homes, factory farms has changed the lives of people, you know that India is a big population country People here have more electricity needs To meet the needs of this power, people need to increase the focus of conventional energy (sunlight used by solar panels, water use by water turbine, air use wind turbine to generate electricity for all these people) 


What is the Solar Panel?
   Solar panels are made of many small solar cells. Solar cells are made of silicon vapor. When the sunlight fotons collide on these cells, they become DC current by semiconducting with electron Solar panels are of two types Let's go!
       
         
What are the types of solar panels? : -What are the types of solar panels: -
  Type of solar penal: - Solar panels are of two types.
1- Polycrystalline. 2- Monocrystalline
Polycrystalline: - These solar panels are blotted image of blue. These panels are also called multi crystalline solar penal. The output power of the poly solar panel is 12% to 16%. Polycrystalline solar cell is composed of silicon layers of several layers. As shown in Fig: -


Monocrystalline: - These solar panels are of dark blue or blue color, black color. These solar panels are also called singal crystalline. This solar panel was made of pure silicon material in the same way. The output efficiency of mono-solar panels ranges from 16% to 21%. The weight of the monocrystalline solar panel is less than that of polycrystalline.
Not: - The efficiency, efficiency, of solar panel is calculated based on its size, not on the basis of the solar panel output. Because the output of both types of solar panels such as: - volt, ampere, watt. Is the same. If you have no shortage of space then it is best to install polycrystalline solar panel for you. And if you lack space. So for you :-) Monocrystalline Solar Energy Plant will be the best.
Monocrystalline vs polycrystalline
Penal size. color efficiency
 Poly. 10. Blue 12% to16%.          
100w square fit
Mono 08. Black. 16% to21%
100w square fit
  
Solar penal life means that: - By the way, all solar panel manufacturers guarantee 25 years of solar plates. But the life of a solar panel is up to 100 years. It would be that over time the solar panel watt output is reduced.
What is the difference between monocrystalline and polycrystalline a price? - Friends now come to know. What is the difference between the value of these two types of solar panels?
Polycrystalline ----- In this solar panel market से is available at a rate of 38 to 44 rupees watt.
Mono ----- Mono Solar panel market gets ₹ 45 to 50 rupees per watt.
So far we have read in this article. From that you have learned well about the solar panel. And now you will talk to some of the equipment hardware needed to install solar panels.
How to Install Solar Power Plant Step by Step: - If you want to install Solar Electricity Plant in your house or on the roof of your house, you will be given the following for this photovoltaic solar energy plant. 
What devices are required to install a solar panel? : - To have a solar panel, there are four to five types of equipment equipment: - Example
1 - solar penal
2 - Solar charge controller or regulator.
3 - DC Copper Wire
4 - Inverter for dc to ac conversation
5 - battery. Types of C10 lead acid
सोलर पैनल (इंस्टालेशन) या लगाना काफी आसान है। लेकिन ये तब तक ही आसान जब एक या दो सोलर मॉड्यूल को बैटरी में लगाना हो। एक बड़े सोलर पावर एनर्जी प्लांट को लगाने के लिए solar plant expertise engineer की आवश्यकता पड़ती है। best advisor open link 
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दोस्तों  सोलर पैनल से सम्बंधित आप के मन में कई तरह के question आते होंगे जैसे:- solar penal ek din mein kitni bijali banata hai? . Mein solar power plant installe करवाना चाहता हूँ। मेरे घर के लिए कितने वाट सोलर प्लांट की needs होगी ! इस तरह के बहुत से question हैं जिनके answer ke liye comment करें या हमें लिखें।
दोस्तों आप को ये लेख अच्छा लगा है तो इसको अपने दोस्तों को share जरूर करें । आगे भी हम आप के लिये उपयोगी जानकारी देते रहेंगे
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Friday, September 29, 2017

भवनों पर सोलर पैनल प्लांट लगाना अनिवार्य

सरकार उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए सौर ऊर्जा निति- 2017 को मंजूरी देने की तैयारी में है नीति का मसौदा तैयार हो गया है और इसे अक्टूबर में कैबिनेट में रखा जायेगा।

नीति के लागू होते ही सरकारी भवनों व स्कूलों में  crystalline Solar Power Energy Plant लगाना compulsory, अनिवार्य हो जायेगा।
Government plans to save electricity:-                       
                                                                 सरकार की योजना ऐसे बचेगी बिजली सरकार बिजली बचाने के लिए लोगों को बढ़ावा देगी। सरकार द्वारा Proposed policy में Public institutions, government or assisted hospitals, research institutes, educational institutions, hostels, will be brought under its purview.
इसके साथ परीक्षण संस्थान, प्रशिक्षण संस्थान पुस्तकालयों प्रदेश की स्थित भारतीय रेल टिकट घरों आरक्षण केंद्र, रेलवे स्टेशन शोध एव विकास संस्थान संस्थानों अतिथि गृह, हॉलिडे होम, निरीक्षण भवनों में rooftop solar फोटोवोल्टिक एनर्जी plant system लगायें जायेंगे। इससेे बनने वाली बिजली का इस्तेमाल वह खुद ही करेंगें।

सोलर पावर एनर्जी प्लांट लगाने से क्या फायदा होगा :- 
                                                                          भवनों की रूफटॉप पर सोलर पैनल इंस्टॉल करवाने एक तो गर्मियों में भवनों के कमरों का तापमान कम रहेगा। बिजली की जरूरतों के लिये भवनों की छतों पर बिजली बनेगी।
Rooftop पर लगने वाले सोलर पैनलों से 4300 मेगावॉट electricity का उत्पादन होगा

Extra benifit of solar penal installation:- 
                                                                       स्ट्रीट लाइट एंड सोलर वाटर पंप चलाने के लिये बिजली की कमी नहीं होगी। किसान की फसलें सिचाईं से बंचित नही रहेगी। solar penal से हो रहे extra Power generation को नेट मीटरिंग के द्वारा gride को बेचा जा सकेगा। नेटमीटरिंग द्वारा ग्रिड को दी गई बिजली के लिये power corporetion सोलर सिस्टम ऑनर को 2 ₹ प्रीति यूनिट के हिसाब से pay करेगी। सोलर पैनल बिजली उत्त्पन्न तो करते हैं लेकिन environment pollution नहीं फैलाते। इस लिहाज से पर्यावरण का भी बचाव होता है।
                                                     
Solar system policy per kese milega subsidy :-  https://amzn.to/3sIHej7
                                                                                     सोलर एनर्जी सिस्टम सब्सिडी के लिए online आवेदन करना होगा। आवासीय व निजी संस्थाओ में सोलर प्लांट लगाने के लिए सब्सिडी योजना शुरू करने का भी प्रस्ताव है। 
निधि आवासीय क्षेत्रों में नेट मीटरिंग व्यवस्था के तहत बड़े पैमाने पर पावर कारपोरेशन से जुड़ने वाले रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे इसके तहत हर उपभोक्ता को प्रति किलो वाट 10000 और अधिकतम ₹20000 का अनुदान दिया जाएगा यूपीनेडा  http://upneda.org.in/के माध्यम से लाभार्थी को अनुदान दिया जाएगायह अनुदान पहले आएं पहले पाएं के आधार पर दिया जायेगा।
इसके लिए पहले 100 मेगावाट क्षमता के प्लांट लगाने के लिए ऑनलाइन आवेदन से अनुदान दिये जाएंगे बंजर जमीन पर सोलर पार्क उत्तर प्रदेश में खाली पड़ी बंजर जमीनों का इस्तेमाल बिजली उत्पादन में किया जाएगा इन जमीनों पर सोलर पार्क स्थापित किए जाएंगे solar park न्यूनतम 100 मेगा वाट की  कैपेसिटी का होगा सार्वजनिक क्षेत्र में सोलर पार्क की स्थापना को राज्य सरकार सहायता देगी राज्य सरकार के आधीन किसी सार्वजनिक उपक्रम या स्पेशल परपज वेहिकल (MPB) द्वारा स्थापित सोलर एनर्जी पार्क को बढ़ावा दिया जायेगा।

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Wednesday, September 27, 2017

Current News अब primary teachers की भर्ती written test लिखित परीक्षा से होगी।

Current News बेसिक शिक्षा अद्द्यापक सेवा नियमावली में संशोधन को मंजूरी


( लेख-दिनांक 26/09/2017 )उत्तर प्रदेश केबिनेट का फैसला, अब primary teachers की भर्ती written test लिखित परीक्षा से होगी। फैसला: 1.37 lakh पदों के लिए टीचरों की होगी भर्ती। केबल TET पास ही दे सकेंगे exam.
भर्ती के मानदंड- लिखित के 60% और academic मैरिट इसका आधार होगी। example:- लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण
Candidatesके प्राप्तांक का 560% अंक और maximum 40 अंक academic गुणांक से मैरिट बनेगी।अकादमिक
गुणांक तय करने के लिए 10वी, 12वी, graduation or BTC ke 10% अंक जुड़ेंगे। इसमे सहायक अध्यपक भर्ती परीक्षा के अंक जोड़कर मेरिट तैयार की जाएगी। ऐसे ऐसे समझे:- 
√ 10वी में 75% अंक हैं तो मेरिट में 7.5 अंक जुड़ेंगे।
√ 12वी में 75% अंक हैं तो मेरिट में 7.5 अंक जुड़ेंगे।
√ graduation में 75% अंक हैं तो 7.5 अंक जुड़ेंगे।
-------यानी अकैडमिक गुणांक के 30% अंक मिलेंगे।
सहायक टीचर भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी को 200 में से 150 अंक यानी 75% अंक मील हैं तो 75 का 60% यानी 45 अंक मेरिट में जुड़ेंगे।
यानी कैंडिडेट को कुल 75 अंक  ( 30+45 ) मिलेगें। इसी के आधार पर मेरिट तय होगी।
अगर शिक्षामित्र यह परीक्षा पास करता है तो उसे meximum 25 अंक का भारांक मिलेगा।
यानी उसे कुल 100 अंक 【 30+45+25 】 होंगे।
शिक्षामित्र को मैक्सिमम 25 अंक का वेटेज...
 NOT:-
  • सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार शिक्षामित्रों को अनुभव के आधार पर प्रत्येक वर्ष के लिए 2.5 अंक का वेटेज मिलेगा। यह अधिकतम 25 अंक का होगा । बेसिक शिक्षा मंत्री [ स्वतंत्र प्रभार ] अनुपमा जयसवाल ने बताया कि Shiksha Mitra ki maximum age Seema 16 year ka leb milega।

Monday, September 4, 2017

In hindi How the solar panel makes electricity

Ask question solar energy problem and solution


  •   *Solar penal kese work karta ha *
सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त light particle "foton" को कहते हैं। इस ऊर्जा को ऊष्मा "steam" या विद्युत "electricity" में बदल कर अन्य uses में लाया जाता है। उस रूप को ही solar energy. o कहते हैं। फैक्ट्री,घरों, कारों, वायुयानों और अंतरिक्ष यानो में सौर ऊर्जा का प्रयोग होता है। ऊर्जा का यह रूप साफ और प्रदूषण रहित होता है। सूर्य से ऊर्जा प्राप्त कर उसे प्रयोग करने के लिए सोलर पैनलों की आवश्यकता होती है। सोलर पैनलों में सोलर सेल होते हैं जो सूर्य की ऊर्जा को प्रयोग "Use" करने लायक बनाते हैं। यह कई तरह के होते हैं। जैसे पानी गर्म करने वाले "thermal" सोलर पैनल और direct Bijli Banane wale "photovoltic cells " सोलर पैनलों से "different"होते हैं।


√ Example = सौर ऊर्जा वह urja है जो सीधे सूर्य से प्राप्त की होती है। सौर यह ऊर्जा ही मौसम एवं जलवायु का परिवर्तन करती है। यहीं धरती पर सभी प्रकार के जीवन (पेड़-पौधे और जीव-जन्तु) का जीवन का आधार है।

वैसे तो सौर उर्जा को different प्रकार से प्रयोग किया जाता है, किन्तु सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर ऊर्जा के रूप में जाना जाता है। सूर्य की ऊर्जा को दो प्रकार से "electricity" बिजली में बदला जा सकता है। पहला "solar pv cell" प्रकाश-विद्युत सेल की सहायता से और दूसरा किसी तरल पदार्थ को सूर्य की उष्मा से गर्म करने के बाद इससे विद्युत जनित्र चलाकर।

√ Features "visheshtaye" विशेषताए-

-सूर्य से सीधे प्राप्त होने वाली ऊर्जा में कई खास विशेषताएं हैं। जो इस स्रोत को आकर्षक बनाती हैं। एक तो यह ऊर्जा bahut Bade area Mein Pehla Hua Hai Doosra यह completely प्रदूषण से मुक्त है। सम्पूर्ण भारतीय भू-भाग पर 5000 लाख करोड़ किलोवाट घंटा प्रति वर्ग मी० के बराबर सौर ऊर्जा आती है जो कि विश्व की संपूर्ण विद्युत खपत से कई गुने अधिक है। साफ धूप वाले (बिना धुंध व बादल के) दिनों में प्रतिदिन का औसत सौर-ऊर्जा का सम्पात "Collapse" 4 से 7 किलोवाट घंटा प्रति वर्ग मीटर तक होता है। देश में वर्ष में लगभग 250 से 300 दिन ऐसे होते हैं जब सूर्य की रोशनी पूरे दिन भर उपलब्ध रहती है।

"एक नयी शुरुआत सफलता की ओर” – जरूर पढ़ें यह लेख आपकी जिंदगी बदल सकता हैं 【Rules Of Success】

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